यह बताते हुए कि सरकार का एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम राजनीतिक रूप से कितना महत्वपूर्ण है, केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने मंगलवार को कहा कि 189 संसदीय क्षेत्र हैं जहां किसान गन्ना उगाते हैं। उन्होंने कहा कि अगर एथेनॉल सम्मिश्रण कार्यक्रम में तेजी नहीं लाई गई होती तो किसानों का बकाया गन्ना मूल्य नेताओं के लिए गंभीर समस्या खड़ी कर देता।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, उन्होंने कहा कि अगर गन्ना बकाया का भुगतान समय पर नहीं किया जाता, तो नेताओं के लिए अपने निर्वाचन क्षेत्रों की यात्रा करना या दिल्ली में निर्णय लेने की भूमिका निभाना मुश्किल हो जाता। उन्होंने कहा, 189 संसदीय क्षेत्र हैं जहां किसान गन्ना उगाते हैं और अगर उन्हें उनका बकाया नहीं मिलता है, तो हम यहां (दिल्ली) निर्णय लेने के लिए भी नहीं आ सकते।
टोयोटा किर्लोस्कर द्वारा इलेक्ट्रिक फ्लेक्स ईंधन वाहन के पहले प्रोटोटाइप के अनावरण के अवसर पर बोलते हुए, गडकरी ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय बाजार में चीनी की उपलब्धता में गिरावट और एथेनॉल के बढ़ते विनिर्माण के कारण, भारतीय चीनी को अच्छी कीमतें मिल रही हैं। उन्होंने कहा की पहले चीनी मिलें किसानों का बकाया गन्ना भुगतान नहीं कर पाती थीं। एथेनॉल उत्पादन के लिए सरकार के बड़े प्रोत्साहन के कारण, हम एक आरामदायक स्थिति में हैं। उत्तर प्रदेश के गन्ना किसानों को समय पर भुगतान मिल रहा है।
मंत्री ने कहा कि किसान अधिक गन्ना उगा रहे हैं क्योंकि उन्हें अन्य फसलों से पर्याप्त रिटर्न नहीं मिल रहा है। मंत्री ने कहा कि फ्लेक्स फ्यूल वाहनों के आने से बेहतर वातावरण और रोजगार के अधिक अवसर पैदा होंगे।