बिजनौर : रेड रॉट बीमारी से परेशान किसानों ने 0238 प्रजाति से दुरी बनाना शुरू कर दिया है। एक समय ऐसा था, जब किसान 0238 वैरायटी को बहुत पसंद करते थे। लेकिन पिछले कुछ सालों से यह प्रजाती रेड रॉट का शिकार हो रही है, और इससे किसानों को काफी आर्थिक नुकसान उठाना पड़ रहा है। चीनी मिलें, गन्ना विभाग और कृषि विशेषज्ञ भी 0238 प्रजाति से दुरी बनाने की सलाह दे रहे है। बिजनौर जिले के किसानों ने करीब 40 हजार हेक्टेयर रकबे में 0238 वैरायटी को छोड़कर दूसरी वैरायटी के गन्ने की बुवाई की है। जिले के किसानों ने 0118, 13235, 15023, 14201, 5009, 17231,82023, 219, आदि प्रजातियों के गन्ने की बुवाई की है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, जिले के किसानों ने करीब 96 प्रतिशत रकबे में 0238 की बुवाई की थी। गन्ने पर रेट रॉट का प्रकोप हुआ। रेड रॉट यानी गन्ने के कैंसर से और अत्यधिक बारिश के चलते जिले में किसानों का गन्ने का उत्पादन प्रभावित हुआ। । गन्ने का कैंसर रेड रॉट के कारण गन्ने का उत्पादन प्रभावित हुआ। चीनी मिलों को पर्याप्त गन्ना नहीं मिला और समय से पहले चीनी मिल बंद हो गई। राहुल चौधरी, जीएम केन, बिजनौर, चीनी मिल और जिला गन्ना अधिकारी, पीएन सिंह ने कहा कि, जिले में 96 प्रतिशत रकबे में 0238 था। किसानों को जागरूक किया गया और नई वैरायटी उपलब्ध कराई गई। अगले दो सालों में 0238 के स्थान पर नवीन गन्ना वैरायटी की बुवाई करा दी जाएंगी।