बेंगलुरु : एथेनॉल उत्पादन और इसके उपयोग का अध्ययन करने और सरकार को एक रिपोर्ट प्रस्तुत करने के लिए विभिन्न राज्यों के गन्ना उत्पादक किसान संगठनों के नेताओं का एक प्रतिनिधिमंडल जल्द ही ब्राजील का दौरा करेगा। प्रतिनिधिमंडल में उद्योग के प्रतिनिधि और सरकारी अधिकारी भी शामिल होंगे और टीम के शीघ्र ही जाने की उम्मीद है। Karnataka Sugarcane Cultivators Association के अध्यक्ष कुरबुर शांता कुमार ने कहा कि, महाराष्ट्र और उत्तर प्रदेश के किसान नेता भी अध्ययन दल का हिस्सा होंगे।
द हिन्दू में प्रकाशित खबर के मुताबिक, शांता कुमार ने कहा, सरकार से हमारी लगातार मांग रही है कि, एथेनॉल उत्पादन बढ़ाने के लिए एक एथेनॉल नीति शुरू की जाए जिससे किसानों को भी फायदा हो। उन्होंने कहा, हमने 2006 में एक किसान सम्मेलन का आयोजन किया और मांग रखी और सरकार अब उस दिशा में आगे बढ़ रही है। उन्होंने कहा कि, गन्ना किसानों के दृष्टिकोण से, चीनी मिलों द्वारा बकाया भुगतान न करने के कारण किसानों के सामने आने वाले वित्तीय संकट का एथेनॉल उत्पादन में वृद्धि ही समाधान है। उन्होंने कहा कि न केवल पेट्रोलियम के साथ एथेनॉल का सम्मिश्रण अधिक पर्यावरण हितैषी है, बल्कि इससे पेट्रोलियम आयात में कमी के माध्यम से राष्ट्रीय राजकोष में पर्याप्त बचत होगी। किसानों की यह यात्रा पिछले साल जारी भारत के एथेनॉल सम्मिश्रण रोडमैप के लिए भी महत्वपूर्ण है, क्योंकि रिपोर्ट के अनुसार 2025 तक एथेनॉल समिश्रण 20 प्रतिशत होने की उम्मीद है।