सितारगंज, उत्तराखंड: किसान सहकारी चीनी मिल को पीपीपी मोड में देने का फैसला किसानों को रास नहीं आया है, सैकड़ों किसानों ने इस फैसले के खिलाफ विरोध प्रदर्शन शुरू कर दिया है। किसानों ने मिल के प्रधान प्रबंधक कार्यालय परिसर में धरना देकर जमकर नारेबाजी की।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसानों ने आरोप लगाया की, किसानों की जमीन पर बनी मिल को निजीकरण करने की कोशिश की जा रही है।किसानों ने चेतावनी दी है कि,जब तक मिल के पीपीपी मोड में देने के आदेश निरस्त नहीं होंगे, तब तक आंदोलन जारी रहेगा। इस अवसर पर बलजिंदर सिंह मान, गुरसेवक सिंह महार, गुरसेवक सिंह, जगदेव सिंह, नवतेज पाल सिंह, जागीर सिंह, साहब सिंह मौजूद रहे।