बिजनौर: उत्तर प्रदेश में अब भी गन्ना किसानों का लगभग 6000 करोड़ रूपये भुगतान बकाया है, और बार- बार आंदोलन, आवेदन और बैठकों के बावजूद मिलें भुगतान करने में विफ़ल रही है। भुगतान में विफ़ल मिलों में ज्यादातर निजी मिलें शामिल है। भुगतान को लेकर किसानों में काफी आक्रोश है और किसान संघठन भी आक्रामक हो गई है। बिजनौर जिले की नौ चीनी मिलों में से छह मिलों पर मौजूदा समय में किसानों का करीब 400 करोड़ रुपये बकाया है। जिले में करीब तीन लाख से अधिक गन्ना किसान हैं। अब किसानों के सब्र का बांध टूटने लगा है।
बिजनौर में ब्याज समेत गन्ना बकाया भुगतान या फिर चीनी मिल मालिकों की गिरफ्तारी की मांग को लेकर राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन का जिलाधिकारी दफ्तर के बाहर धरना चल रहा है, लेकिन जिलाधिकारी ने उनके आंदोलन को नजरअंदाज कर दिया है। इसीलिए राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के अध्यक्ष सरदार वीएम सिंह के नेतृत्व में मंगलवार को हजारों किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर कलक्ट्रेट पहुंचे। वहाँ मिलों, के साथ साथ राज्य सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की गई। सरदार बीएम सिंह ने कहा की, राज्य सरकार किसान को बकाया गन्ना मूल्य भुगतान कराएं, नही तो जिलाधिकारी दफ्तर की तालाबंदी की जाएगी। उन्होंने कहा की धरने पर बैठे किसान जेल जाने को भी तैयार है।
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