यमुनानगर: हरियाणा में इस साल भी गन्ने के दाम नहीं बढ़ाये जाने के सरकारी फ़ैसले के ख़िलाफ़ राज्य के किसानों ने चुप बैठने से इंकार कर दिया है। राज्य के विभिन्न हिस्सों में अनेक आंदोलनों के बाद भी सरकार की तरफ़ से कोई आश्वासन नहीं मिलने के बाद अब किसानों ने गन्ने का मूल्य बढ़ाने की मांग को लेकर बड़ा आंदोलन करने की घोषणा कर दी है।
इस मुद्दे पर राज्य के किसानों के बढ़ते ग़ुस्से ने भारतीय किसान संघ और भारतीय किसान यूनियन को भी एक मंच पर ला दिया है। इन दोनों संगठनों ने किसानों की एक संयुक्त बैठक का आयोजन कर नये वर्ष का आगाज़ करने का निर्णय लिया है। दोनों संगठन 1 जनवरी को यहां के सरस्वती चीनी मिल के गन्ना यार्ड में संयुक्त बैठक करेंगे, जबकि 5 जनवरी तक किसानों को एकजुट करने का अभियान चलाया जाएगा। इस बारे में मंगलवार को दोनों संगठनों के पदाधिकारियों ने किसान भवन में बैठक करके आगे की रणनीति बनाने पर चर्चा की।
बता दें कि गन्ना मूल्य बढ़ाने की मांग पर किसान संघ ने कृषि मंत्री और विधायकों को ज्ञापन देने के अलावा बीते शुक्रवार को करनाल में सरकार के खिलाफ रोष रैली निकाली तथा सीएम कार्यालय के सामने गन्ने की होली भी जलाई थी। संगठन ने सरकार को 3 दिन का समय देते हुए चेतावनी दी है कि अगर इस दौरान सरकार ने गन्ना रेट को लेकर किसानों से बातचीत नहीं की तो बड़ा आंदोलन किया जाएगा। एक से पांच जनवरी तक व्यापक जन संपर्क अभियान भी चलाने का निर्णय लिया गया है। किसान यूनियन ने कहा कि किसानों के हितों को देखते हुए उसने इस आंदोलन में किसान संघ से हाथ मिलाया है।
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