मुकेरियां (होशियारपुर), पंजाब: 5 नवंबर को निजी चीनी मिलें शुरू करने का आश्वाशन करने के बावजूद सरकार ने अभी तक कुछ नहीं किया है, इसलिए गन्ना किसान अनिश्चितकाल के लिए सड़कों पर बैठे हैं। किसान संघों द्वारा दिए गए आह्वान पर किसानों द्वारा मुकेरियां में चक्का जाम किया गया। किसान नेताओं ने कहा कि कई जगहों पर शांतिपूर्ण विरोध हुए महीनों बीत गए, लेकिन सरकार ने अनुकूल प्रतिक्रिया नहीं दी।
किसान संगठनों ने दावा किया की, हमें सड़कों पर आने और संघर्ष करने के लिए मजबूर किया जा रहा है। अगर सरकार किसानों और उनकी चिंताओं के प्रति गंभीर होती तो उनके साथ बैठकों में उठाई गई मांगों को तुरंत लागू कर अधिसूचना जारी कर देती। इस अवसर पर बीकेयू (सिरसा) के अध्यक्ष बलदेव सिंह सिरसा; गाबा संघर्ष समिति के अध्यक्ष सुखपाल सिंह दफ्फर; बीकेयू (आजाद) प्रमुख अमरजीत सिंह राडा; बीकेयू (माझा) के सह-अध्यक्ष सतनाम सिंह जफरवाल, बीकेयू (खोसा) के महासचिव गुरिंदर सिंह भंगू और कई अन्य नेता उपस्थित थे।