लखनऊ / शामली : उत्तर प्रदेश में गन्ना बकाया भुगतान को लेकर भारतीय गन्ना किसान संघ आक्रामक हो गया है। संघ ने भुगतान को लेकर मिलर्स समेत योगी सरकार को घेरने की तैयारी शुरू की है। उनका कहना है की राज्य में मिलों के पास अब भी 17 हजार करोड़ रुपये बकाया है। जिससे गन्ना किसान काफी निराशा में है। करोड़ों रुपयों के गन्ना बकाया भुगतान को लेकर भारतीय गन्ना किसान संघ ने पदाधिकारियों ने बैठक आयोजित कर आन्दोलन करने की रणनीति तैयार की है।
बुधवार को भारतीय गन्ना किसान संघ की बैठक शामली में आयोजित की गई थी। बैठक को संबोधित करते हुए राष्ट्रीय अध्यक्ष अनिल मलिक ने कहा कि, प्रदेश में चीनी मिलें बन्द हुए 15 दिन से ऊपर हो चुके है और किसानों के गन्ने का भुगतान अभी भी 17 हजार करोड़ रुपये चीनी मिलो पर बकाया है।
उन्होंने कहा की किसानों को अपना घर चलाना मुश्किल हो गया है इसलिए अपने खर्च को चलाने के बैंकों से लिए ऋण पर ब्याज देना पड़ रहा है। किसानों का भुगतान में अब ये मिले देरी करती है तो भारतीय गन्ना किसान संघ आन्दोलन करने से पीछे नही हटेगे। बैठक की अध्यक्षता चौ श्यामसिंह ने की। इस अवसर पर पिंटू चौधरी, सुधीर मलिक, प्रवीण रोड, अशोक प्रधान, गौरव मलिक, बीरपाल सिंह, प्रवेन्द्र सभासद, आदि मौजूद थे।
आपको बता दे, राज्य सरकार का कहना है की वे गन्ना बकाया भुगतान को लेकर काफी गंभीर है, जिसके कारण राज्य के कई मिलों द्वारा भुगतान भी किया जा रहा है।
सरकार के मुताबिक प्रदेश के मुख्यमंत्री के कुशल नेतृत्व में वर्तमान सरकार के गठन के उपरान्त मंत्री चीनी उद्योग एवं गन्ना विकास सुरेश राणा के दिशा-निर्देशों में प्रदेष के गन्ना किसानों के भुगतान को प्राथमिकता पर रखते हुये 2017-2020 के मध्य अब तक गन्ना किसानों को रू.1,00,000 करोड़ से अधिक का भुगतान कराया गया है।
कोरोना संकट के कारण चीनी मिलें भी परेशान है। कोरोना के कारण चीनी बिक्री ठप है, जिसके चलते वे राजस्व की समस्या से जूझ रहे है और गन्ना बाकय भी चुकाने में विफल हुए है
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