अमृतसर : सीमावर्ती क्षेत्र के गन्ना किसान इस बात से परेशान हैं कि क्षेत्र की चीनी मिलों ने अभी तक अपना परिचालन शुरू नहीं किया है। किसानों ने कहा कि, मिलों के कामकाज में देरी से उन्हें कटाई में देरी करनी पड़ रही है। जम्हूरी किसान सभा के अध्यक्ष डॉ सतनाम सिंह अजनाला ने कहा कि, राज्य सरकार ने पहले वादा किया था कि चीनी मिलों को 5 नवंबर से चालू कर दिया जाएगा, हालांकि, सरकारी नियमों के अनुसार, चीनी मिलों को 15 अक्टूबर तक अपना परिचालन शुरू कर देना चाहिए। किसानों ने राज्य सरकार से सहकारी चीनी मिलों की क्षमता को दोगुना करने की मांग करते हुए तरनतारन जिले के सेरोन गांव में एक बंद सहकारी चीनी मिल को फिर से शुरू करने की भी मांग की है।
अजनाला ने कहा कि, चीनी मिलों में किसानों को लंबा इंतजार करना पड़ता है और अगर मिलों की पेराई क्षमता बढ़ाई जाती है, तो इससे प्रतीक्षा अवधि कम हो जाएगी। उन्होंने सरकार से राज्य में सहकारी और निजी चीनी मिलों से गन्ना फसल की बकाया राशि को 15 प्रतिशत ब्याज के साथ तत्काल जारी करने की भी मांग की। गन्ना किसानों ने सरकार से सहकारी चीनी मिलों में बुनियादी ढांचे को सुधार करने के लिए भी कहा है, ताकि वे चुकंदर की फसल से चीनी का उत्पादन कर सकें। वर्तमान में, चुकंदर से चीनी का उत्पादन केवल एक निजी चीनी मिल द्वारा किया जाता है।