मेरठ, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश के कुछ जिलों में गन्ने की बीमारी से लड़ रहे किसानों को बारिश का जमकर साथ मिल रहा है, क्योंकि बारिश से किट पत्तों से धुलकर जा रही है। इससे किसानों को कुछ हद तक राहत मिल गई है। चीनी मिलें और गन्ना विभाग ने भी राहत की साँस ली है।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, भीषण गर्मी में जहां पानी की कमी से किसानों की फसल सूखने लगी थी, वहीं चोटी बेधक और कंसुआ रोग ने गन्ने की फसल को अपनी चपेट में लेना शुरू कर दिया था। गन्ना विभाग लगातार गोष्ठी और जागरूकता अभियान चलाकर किसानों को गन्ने से रोगमुक्त करने की जानकारी दे रहा था और साथ ही चीनी उद्योग भी मदद में लगा हुआ था।
प्रदेश के कई जिलों में गन्ना चोटी बेधक और कंसुआ जैसे रोग से ग्रसित हो गया था, जिसमे खासकर 0238 प्रजाति का गन्ना कीटों का शिकार हुआ था। लेकिन बारिश में गन्ने में लगा कीट अब बारिश में धुलने लगा है। जड़ों को पानी मिलने से गन्ने की सेहत में भी सुधार होने लगा है।
जिला गन्ना अधिकारी डॉ. दुष्यंत कुमार ने कहा कि, बारिश गन्ने के लिए रामबाण का काम करती है। बारिश से गन्ने में लगे कीटों का भी खात्मा होगा। किसानों और गन्ना उद्योग को लाभ मिलेगा।