बिजनौर: गन्ना किसानों ने चीनी मिलों के भुगतान नहीं मिलने और अन्य मांगो के विरोध में 8 जनवरी को दूध, सब्जी और गन्ने की सप्लाई नहीं करने का फैसला किया है। राष्ट्रीय किसान मजदूर संघ की एक बैठक में यह निर्णय लिया गया। बैठक में बिजनौर, चांदपुर और बिलाई के भारी तादाद में किसान उपस्थित थे। राष्ट्रीय किसान मजदूर संगठन के उप्र महासचिव कैलाश लांबा ने मीटिंग के बाद कहा कि किसानों के चीनी मिलों में लंबे समय से पैसे फंसे हैं। किसानों के पास दैनिक खर्चे के लिए पैसे नहीं है। उन्हें साहूकारों के पास मोहताज होना पड़ता है।
लांबा ने कहा कि जबतक चीनी मिलों से किसानों का भुगतान नहीं मिल जाता, तब तक उनकी आरसी नहीं काटी जानी चाहिए। अपनी समस्याओं को लेकर हर गांव के लोग राष्ट्रपति के नाम ज्ञापन भेजे जाएंगे। उन्होंने कहा कि फसलों की आपूर्ति बंद करके भारत बंद किया जाएगा।
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