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बिजनौर : चीनीमंडी
अमरोहा में चड्ढा समूह की धनौरा चीनी मिल में शनिवार को भीषण आग लग गई। आग ने परिसर में संग्रहीत लाखों क्विंटल बगास को नष्ट कर दिया। मिल अधिकारियों ने संकेत दिया कि, गन्ने की पेराई फिर से शुरू करने के लिए योजनाएँ बनाई जा रही हैं, लेकिन अगर फिर भी समस्याएँ बनी रहीं, तो बचे हुए गन्ने को हमारी समूह की बिजनौर मिल में भेज दिया जाएगा।अधिकारियों के अनुसार, चीनी मिल के बगास ने शनिवार दोपहर आग पकड़ ली। गर्मी की वजह से जल्द ही, आग उस यार्ड में फैल गई जहाँ बगास को जमा किया गया था, जिससे लाखों क्विंटल बगास नष्ट हो गया।
गन्ने की पेराई के मौसम के साथ साथ अगले कुछ दिनों के भीतर करीब पांच से छह लाख क्विंटल गन्ने की फसल की कटाई होनी बाकी है। मिल में आग लगने से किसानों की खड़ी फसलों पर पेराई के अनिश्चितता के बादल मंडरा रहे है और इससे क्षेत्र के किसानों में बड़ी चिंता है। चड्ढा ग्रुप की बिजनौर मिल के प्रशासनिक अधिकारी ए.के. सिंह के अनुसार, आग से पूरा बगास यार्ड चपेट में आ गया है। आग बुझाने में घंटों लगे, आग के कारणों का अभी पता नहीं चल पाया है लेकिन इससे भारी नुकसान हुआ है।
आग लगने की वजह से धनौरा मिल को बंद कर दिया गया है, लेकिन अभी भी तकरीबन छह लाख क्विंटल गन्ने की फसल अभी भी मिल के अधिकार क्षेत्र में है।धनौरा मिल बची हुई फसल की क्रशिंग करने में विफल है, इसलिए गन्ने को उसी समूह की अन्य मिलों में स्थानांतरित कर दिया जाएगा। धनौरा के किसान सुरेंद्र भाटी ने कहा, आग लगने के बाद शनिवार को मिल बंद कर दी गई। क्षेत्र में लगभग 5 प्रतिशत खड़ी फसलों की कटाई अभी बाकी है। यदि मिल परिचालन शुरू नहीं करती है, तो किसानों को अपनी फसल को कम कीमतों पर कोल्हू में बेचना होगा।