बागपत: चीनी सीजन अंतिम दौर में पहुंच चूका है, और किसानों को लंबित भुगतान के साथ साथ खेतों में खड़े गन्ने की चिंता सता रही है। चीनी मिलें बंद होने का समय भी करीब आने लगा है। ऐसे में किसानों की नींद उड़ी हुई है, जिनका गन्ना अभी खेतों में खड़ा है। मिलों के शत प्रतिशत आवंटित गन्ना खरीद करने के बावजूद 20 लाख क्विंटल गन्ना खेतों में बचने की संभावना है। अगर गन्ना बच जाता है, तो उसका क्या करें इस चिंता से किसान काफी परेशान है।
जागरण डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, बागपत जिले के 1.26 लाख किसानों का छह जिलों की 12 चीनी मिलों में 4.01 करोड़ क्विंटल गन्ना पेराई करने का कोटा निर्धारित है। अब तक 3.5 करोड़ क्विंटल गन्ने की खरीद की जा चुकी है, जिसमें बागपत की तीनों मिलों ने 2.40 करोड़ क्विंटल और बाकी गन्ना अन्य जिलों की चीनी मिलों ने खरीदा है। किसानों की चिंता यह है कि यदि मिलों ने अतिरिक्त गन्ना खरीद नहीं की तो वे यह गन्ना कहां ले जाएंगे?