सुवा: फिजी के शुगर रिसर्च इंस्टीट्यूट (एसआरआईएफ) ने हाल ही में जानबूझकर गन्ने के खेतों में आग लगाने की घटनाओं में वृद्धि पर गहरी चिंता व्यक्त की है, और इन कार्यों को लापरवाही और आपराधिक दोनों ही करार दिया है।मुख्य कार्यकारी डॉ. विनेश कुमार ने जोर देकर कहा कि, इस तरह की घटनाओं के गंभीर परिणाम होते हैं, न केवल किसानों के लिए बल्कि पूरे गन्ना उद्योग के लिए।
कुमार के अनुसार, एसआरआईएफ को हाल ही में इन घटनाओं के कारण महत्वपूर्ण शोध डेटा में काफी नुकसान हुआ है।उनका कहना है कि यह डेटा, जो अक्सर कई महीनों या वर्षों तक चलने वाली कठोर वैज्ञानिक जांच का परिणाम है, साक्ष्य-आधारित सुधारों के माध्यम से गन्ना उद्योग को आगे बढ़ाने के लिए महत्वपूर्ण है।
डॉ. कुमार कहते हैं कि, आगजनी की एक भी घटना एक पल में मूल्यवान शोध को नष्ट कर सकती है, महत्वपूर्ण प्रगति को उलट सकती है और इस क्षेत्र के भविष्य को नकारात्मक रूप से प्रभावित कर सकती है। वे समुदाय से सतर्क रहने और किसी भी संदिग्ध व्यवहार की सूचना अधिकारियों को देने का आह्वान करते हैं।