नई दिल्ली: इंडिया रेटिंग और रिसर्च (Ind-Ra) की रिपोर्ट में कहा गया है कि, केंद्र सरकार का इथेनॉल उत्पादन पर निरंतर फोकस चीनी उद्योग के लिए सकारात्मक कदम है और निर्यात में कमी आने की संभावना है। रिपोर्ट में कहा गया है कि, डिस्टलरी रेवेन्यू में बढ़ोतरी से भी ग्रोथ को सपोर्ट मिला।
प्रमुख सेक्टर एंटिटीज का एग्रीगेट रेवेन्यू 1HFY21 में 30 फीसदी बढ़ा है। 16 दिसंबर को आर्थिक मामलों की मंत्रिमंडलीय समिति (CCEA) ने SS21 के लिए लंबे समय से प्रतीक्षित निर्यात सब्सिडी की घोषणा की, जो कि अंतरराष्ट्रीय कीमतों में वृद्धि के बीच संभवत: 5.8 रुपये प्रति किलोग्राम है। भारत ने SS20 में 5.7 मिलियन टन चीनी का निर्यात किया है और रिपोर्ट के मुताबिक अक्टूबर-दिसंबर 2020 के दौरान एक और 0.2-0.3 मिलियन टन चीनी निर्यात हुई है, इस प्रकार 6 मिलियन के पूरे MAEQ लक्ष्य को लगभग प्राप्त करने में उद्योग सफल हुआ है।
हालांकि, 2020 -2021 सीजन के लिए MAEQ को 6 मिलियन पर अपरिवर्तित रखा गया है, निर्यात कम सब्सिडी के कारण लगभग 5 मिलियन टन तक होने की संभावना है।