नई दिल्ली : केंद्र सरकार की एथेनॉल निती (ethanol blending policy) अब रंग लाती नजर आ रही है, देश ने तय समय से पहले 10 प्रतिशत संमिश्रण हासिल कर लिया हैै। अब 2025 तक 20 प्रतिशत संमिश्रण का लक्ष्य तय किया गया है, और सरकार इसे हासिल करने के लिए हर मुमकिन कोशिश में जुटी हैै। पर्यावरण, वन और जलवायु परिवर्तन राज्य मंत्री अश्विनी कुमार चौबे ने दावा किया कि, 10 प्रतिशत एथेनॉल-मिश्रित पेट्रोल के उपयोग से देश के विदेशी मुद्रा में 41,000 करोड़ रुपये से अधिक की बचत हुई है। ऑटो उद्योग निकाय SIAM के एक ऑनलाइन कार्यक्रम में बोलते हुए, मंत्री चौबे ने कहा कि, भारत ने हाल ही में तय समय से 5 महीने पहले 10 प्रतिशत एथेनॉल सम्मिश्रण लक्ष्य हासिल किया।
उन्होंने कहा कि, देश की विदेशी मुद्रा में बचत के साथ साथ किसान और चीनी उद्योग लाभान्वित हुए है। चौबे ने कहा, सरकार का अगला लक्ष्य 20 प्रतिशत एथेनॉल मिश्रण हासिल करना है और इसे 2025-26 तक पूरा करने का अनुमान है। यह देश के ईंधन आयात और कार्बन उत्सर्जन को कम करने की दिशा में एक बड़ा कदम है। उन्होंने कहा, देश में जैसे-जैसे एथेनॉल की उपलब्धता बढ़ती है, कच्चे तेल (पेट्रोल उत्पादन के लिए प्रयुक्त) की समान मात्रा का आयात कम हो जाता है।