कानपुर, उत्तर प्रदेश: उत्तर प्रदेश में चीनी मिल को बेचने की कोशिश और स्क्रैप दिलाने के नाम पर ठगी करने का मामला सामने आया है। बस्ती की फेनिल चीनी मिल का स्क्रैप दिलाने का नाम पर जालसाजों ने व्यवसायी को 26 लाख रुपये ठग लिए। पुलिस का दावा है कि जालसाजों ने फर्जी दस्तावेज तैयार कर मिल भी बेचने का प्रयास किया। पीड़ित व्यवसायी की तहरीर पर हजरतगंज पुलिस ने दो जालसाजों के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है।
‘जागरण’ में प्रकाशित खबर के मुताबिक, इंस्पेक्टर हजरतगंज विक्रम सिंह के मुताबिक व्यवसायी शैलेंद्र कुमार अवस्थी की आरवी पार्टनर्स के नाम से उनकी फर्म है। जौनपुर बदलापुर के धनिया मऊ के रहने वाले सीबी सिंह उनके अच्छे मित्र हैं। सीबी सिंह ने कुछ माह पहले हजरतगंज सप्रू मार्ग के कमरुद्दीन जलालुद्दीन से मुलाकात कराई थी। बताया था कि कमरुद्दीन स्क्रैप का काम करते हैं। फेनिल मिल लिमिटेड का स्क्रैप भी खरीदा है। उसमें कुछ रुपया लगाना चाहो तो लगा सकते हो। सीबी सिंह ने मिल से स्क्रैप खरीद के कुछ दस्तावेज और भुगतान के 80 करोड़ रुपये का बैंक से संबंधित ब्योरा दिखाया। इससे शैलेंद्र कुमार अवस्थी को विश्वास हो गया।
शैलेंद्र के मुताबिक, उन्होंने कई किस्तों में कमरुद्दीन को 26 लाख रुपये दिए। रुपये खातों में ट्रांसफर किए गए। इसके बाद दोनों ने माल उठाने की बात कहकर बीते साल 16 जून को मजदूरों के साथ मिल बुलाया। 15 जून को दोनों ने फोन कर दो दिन रुकने की बात कही। दो दिन बाद जब फोन किया तो दोनों टालमटोल करने लगे। रुपयों की मांग की तो जान से मारने की धमकी दी। इसके बाद समझौता हुआ, जिसके बाद चेक दिया जो बाउंस हो गई, फिर धमकी दी।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, इंस्पेक्टर ने बताया कि तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर लिया गया है। दोनों ने मिल के दस्तावेज तैयार कर उसे बेचने का भी प्रयास किया था। बैंक और स्क्रैप बिक्री के संबंधित कुछ दस्तावेज भी लिए गए हैं। आरोपियों की तलाश पुलिस द्वारा की जा रही है।