प्रदेश के आयुक्त, गन्ना एवं चीनी, संजय आर. भूसरेड्डी ने बताया कि आसन्न पेराई सत्र 2021-22 में कृषकों को गन्ना पर्चियां केवल SMS पर्ची के रूप में मोबाइल फोन पर प्रेषित की जायेंगी तथा क्रयकेन्द्रों पर प्रतिदिन होने वाली तौल की एक्नॉलेजमेन्ट शीट भी चस्पा की जायेगी, जिसके माध्यम से भी कृषक अपनी पर्ची के विषय में जान सकेंगे। इसलिए यह आवश्यक है कि ई.आर.पी. पर गन्ना कृषकों का सही मोबाइल नंबर पंजीकृत हो। इस हेतु उन्होंने गन्ना कृषकों से अपील की है कि वे म्त्च् पर पंजीकृत अपने मोबाइल नंबर की जांच कर लें, यदि नम्बर गलत है तो अपने गन्ना पर्यवेक्षक के माध्यम से अथवा E-ganna एप पर स्वयं अपना सही मोबाइल नंबर अपडेट कर लें।
इस संबंध में विस्तृत जानकारी देते हुए श्री भूसरेड्डी ने बताया कि SMS इनबॉक्स भरा होने, मोबाइल स्विच ऑफ होने एवं डी.एन.डी. एक्टिवेट होने की स्थिति में SMS पर्ची का संदेश 24 घंटे के पश्चात स्वयं निरस्त हो जाता है जिसके कारण गन्ना किसान को अपनी पर्ची की जानकारी नहीं प्राप्त हो सकेगी। इसलिए सभी किसान भाई ससमय अपनी पर्ची प्राप्त करने हेतु अपना मोबाइल इनबॉक्स खाली रखें तथा मोबाइल को चार्ज करके चालू दशा में रखें तथा डी.एन.डी. को एक्टिवेट न करें ताकि सर्वर द्वारा प्रेषित पर्ची उनके मोबाइल पर उन्हें रियल टाइम में प्राप्त हो जाए। पर्ची निर्गमन की वर्तमान व्यवस्था पूर्णतयाः पारदर्शी है। किसान के मोबाइल नंबर पर SMS पर्ची भेजे जाने से किसान को तत्काल पर्ची प्राप्त होगी और समय से पर्ची मिल जाने के कारण ताजा गन्ना मिल को आपूर्ति होगा जिससे किसान गन्ने की सूख से होने वाली हानि से भी बच पाएंगे।
श्री भूसरेड्डी ने बताया कि सभी परिक्षेत्रीय अधिकारियों एवं जिला गन्ना अधिकारियों को भी निर्देशित किया गया है कि वह इसका व्यापक प्रचार-प्रसार सुनिश्चित करते हुए एक अभियान चलाकर सभी गन्ना किसानों के सही मोबाइल नंबर अपडेट कराना सुनिश्चित करें ताकि कृषकों को गन्ना आपूर्ति में कोई असुविधा न हो।
व्हाट्सप्प पर चीनीमंडी के अपडेट्स प्राप्त करने के लिए, कृपया नीचे दिए गए लिंक पर क्लिक करें.
WhatsApp Group Link
Ganna.bhai450.kuntal.hona.chaheye
Bablu to gdmou
Small farmers
E ganna app par jiski factory so nahi ho rahi hai wo kya kare