पणजी : Deccan Sugar Technologist’s Association (DSTA) ने संजीवनी चीनी मिल में एथेनॉल प्लांट स्थापित करने को लेकर एक विस्तृत परियोजना रिपोर्ट (डीपीआर) प्रस्तुत की। यह रिपोर्ट 21 सदस्यीय गन्ना किसान सुविधा समिति के प्रमुख नरेंद्र सवाईकर को सौपी गई। पूर्व सांसद सवाईकर ने कहा कि, सार्वजनिक निजी भागीदारी के लिए अब राज्य सरकार के विभाग द्वारा डीपीआर की जांच की जाएगी, जिसके बाद राज्य सरकार यह तय करेगी कि धारबंदोरा में एथेनॉल प्लांट स्थापित करने के लिए आगे बढ़ना है या नहीं।
विशेषज्ञों की टीम ने एक प्रस्तुति दी और उन्होंने डीपीआर की एक प्रति प्रस्तुत की है, जिसे अब सरकार को प्रस्तुत किया जाएगा।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, सवाईकर ने बताया की, हम मूल रूप से एथेनॉल उत्पादन पर ध्यान दे रहें है, क्योंकि केंद्र सरकार इसका समर्थन कर रहा है। सवाईकर ने कहा, जब तक हम मिल में कोई उत्पादन गतिविधि नहीं करते हैं, संजीवनी मिल गन्ने की खेती का समर्थन नहीं कर सकती है। अगर राज्य सरकार पीपीपी मोड पर एथनॉल प्लांट के साथ आगे बढ़ती है, तो अगले साल तक गन्ने का उत्पादन शुरू हो सकता है। उन्होंने कहा कि, एथनॉल उत्पादन के लिए नई मशीनरी को खरीदने और स्थापित करने में कम से कम छह महीने का समय लगेगा।