पोंडा : गन्ना किसानों ने सरकार को चेतावनी दी है कि, सरकार को अन्य परियोजनाओं के लिए संजीवनी चीनी मिल की जमीन लेने की अनुमति नहीं दी जाएगी। किसानों ने आरोप लगाया की, गोवा सरकार प्रस्तावित एथेनॉल प्लांट स्थापित करने में विफल रही है। संजीवनी चीनी मिल के किसान एथेनॉल प्लांट स्थापित करने में सरकार की विफलता से बहुत परेशान है। किसानों ने कहा कि, वे ठगा हुआ महसूस कर रहे है और सरकार को संजीवनी के भविष्य को लेकर लिखित में अपना रुख स्पष्ट करना चाहिए।
किसानों ने कहा, अगर एथेनॉल प्लांट का मुद्दा हल नहीं हुआ, तो हम सरकार को संजीवनी चीनी मिल की एक इंच भी जमीन छूने की अनुमति नहीं देंगे। जब तक एथेनॉल परियोजना का मुद्दा हल नहीं हो जाता और हमें आजीविका का वैकल्पिक स्रोत नहीं दिया जाता, हम संजीवनी जमीन के लिए लड़ते रहेंगे। किसानों ने यह भी कहा कि, सरकार अपना रुख स्पष्ट करने में बहुत अधिक समय ले रही है और अगर उन्हें लिखित आश्वासन नहीं मिला तो वे सड़क जाम कर देंगे।
हेराल्ड गोवा में प्रकाशित खबर के मुताबिक, किसान संघ के अध्यक्ष राजेंद्र देसाई ने पूछा कि, सरकार ने उन्हें 2019-20 में क्यों नहीं बताया कि वह वर्ष चीनी मिल बंद कर रही है। मुख्यमंत्री प्रमोद सावंत ने एथेनॉल प्लांट लगाने का आश्वासन दिया था और अब तीन साल बाद उन्होंने कहा है कि यह प्लांट संभव नहीं है।मुख्यमंत्री सावंत ने अब हमसे कहा है कि, अगर उन्हें प्लांट स्थापित करने के लिए कोई इच्छुक पार्टी मिलती है तो हम एथेनॉल प्लांट स्थापित करेंगे। हमे इसकी उम्मीद नहीं थी। इस साल जून महीने में सरकार ने कहा था कि दो पक्षों ने एथेनॉल प्लांट स्थापित करने में रुचि दिखाई है और जल्द ही निविदा प्रक्रिया शुरू होगी। अब वह कहते हैं कि कोई भी आगे नहीं आ रहा है। इसे लेकर किसानों में ठगे जाने का एहसास हो रहा है।