पोंडा: दक्षिण गोवा के धरबंदोरा में संजीवनी चीनी मिल के बंद होने के बाद राज्य सरकार द्वारा गन्ना किसानों को दी जा रही वित्तीय सहायता की पांच साल की अवधि इस महीने समाप्त होने वाली है, जिससे किसान अपने भविष्य को लेकर चिंतित हैं। किसानों ने सरकार से अपील की है कि, मिल के फिर से चालू होने तक योजना जारी रखी जाए। गौरतलब है कि 2019-20 में मिल के बंद होने के समय सरकार ने किसानों को उनकी खड़ी फसल के लिए पांच साल तक मुआवजा देने का आश्वासन दिया था।
हालांकि, इस महीने योजना की अवधि जल्द ही समाप्त होने के कारण किसान अपने भविष्य को लेकर अनिश्चित हैं। गन्ना खेती को पुनर्जीवित करने की उम्मीदें टूट गई हैं। गन्ना किसान संघ के अध्यक्ष राजेंद्र देसाई ने कहा कि सरकार को उनसे किए गए वादों के साथ विश्वासघात नहीं करना चाहिए। पिछले पांच सालों से सरकार हमें वादा कर रही है कि मिल को जल्द ही फिर से चालू किया जाएगा। लेकिन इतने सालों में मिल को फिर से चालू करने के लिए कोई प्रयास नहीं किया गया। देसाई ने कहा, सरकार को हमें संजीवनी फैक्ट्री के भविष्य के बारे में स्पष्ट रूप से बताना चाहिए। जब तक काम फिर से शुरू नहीं हो जाता, तब तक वित्तीय सहायता जारी रहनी चाहिए।