मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में गन्ना पेराई सीजन चरम पर पहुँच चूका है, और इसमें मुजफ्फरनगर जिला भी आगे है। जिले में आठ चीनी मिलें गन्ना पेराई कर रही हैं। पेराई शुरू होकर तकरीबन साढ़े तीन महीने हो चुके हैं। आठ चीनी मिलों में से सात चीनी मिलें निजी और मोरना मिल सहकारी क्षेत्र की है। इन मिलों की कुल पेराई क्षमता 6.17 लाख क्विंटल प्रति दिन है, और वर्तमान में ये मिलें 5.71 लाख कुंतल गन्ना प्रति दिन पेराई कर रही हैं। चालू सत्र में जिले की मिलों ने 600 लाख क्विंटल के करीब गन्ना पेराई कर 63 लाख क्विंटल चीनी का उत्पादन किया है। गन्ने का कुल भुगतान मूल्य 1896.21 करोड़ रुपये होता है, जिसमे से मिलों ने अभी तक किसानों को 973.73 करोड़ रुपये का भुगतान किया है। जो कुल भुगतान का 58.79 प्रतिशत है। आपको बता दे की, मिलों ने पिछले साल का शत प्रतिशत भुगतान कर दिया है।
भुगतान के मामले में टिकौला मिल सबसे आगे है। इस मिल ने 85 प्रतिशत भुगतान कर दिया है। खतौली दूसरे तथा मंसूरपुर तीसरे स्थान पर है। सहकारी क्षेत्र की मिल मोरना ने 35.63 प्रतिशत, रोहाना ने 46.34 प्रतिशत, तितावी ने 41.13 प्रतिशत, खाईखेड़ी ने 60 प्रतिशत भुगतान किया है।