पुणे : महाराष्ट्र सिर्फ गन्ना और चीनी उत्पादन में ही नहीं बल्कि गन्ना भुगतान के मामलें में भी अच्छा प्रदर्शन कर रहा है।
द टाइम्स ऑफ इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, राज्य के चीनी आयुक्त शेखर गायकवाड़ ने कहा, किसानों के उचित और लाभकारी मूल्य (एफआरपी) का अब तक लगभग 98% भुगतान किया जा चुका है। आमतौर पर पेराई सीजन 120-140 दिनों तक चलता है, लेकिन इस साल अधिक गन्ना उत्पादन को देखते हुए सीजन 160 दिनों तक चलने की उम्मीद है।
पश्चिमी महाराष्ट्र में पुणे, कोल्हापुर और सूखाग्रस्त विदर्भ और सोलापुर में इन तीन डिवीजनों में गन्ने खेती के तहत 2 लाख हेक्टेयर से अधिक क्षेत्र है, जिसमे अतिरिक्त पानी की खपत होती है। मराठवाड़ा क्षेत्र में इस साल रिकॉर्ड गन्ना उत्पादन हुआ है, और यह सुनिश्चित किया जा रहा है की सारा गन्ना पेराई के लिए चीनी मिलों तक पहुंचे।
आपको बता दे, महाराष्ट्र में इस सीजन में गन्ना और चीनी का रिकॉर्ड उत्पादन हुआ है, जिसने अपने प्रतिस्पर्धी उत्तर प्रदेश को भी चीनी उत्पादन में पीछें छोड़ दिया है। 2021-22 के मौजूदा सीजन के दौरान महाराष्ट्र सबसे अधिक गन्ने की पेराई कर रहा है और अब तक की सबसे अधिक मात्रा में चीनी का उत्पादन कर रहा है।