चंडीगढ़: हरियाणा के सहकारिता मंत्री डॉ. बनवारी लाल ने दावा किया कि राज्य के किसानों को उनके गन्ने की अच्छी कीमत दी जा रही है। उन्होंने बताया कि किसानों से उम्दा किस्म के गन्ने की खरीदी 340 रुपये प्रति क्विंटल की दर से की जा रही है, जबकि अन्य किस्मों का गन्ना 335 रुपये प्रति क्विंटल की दर से खरीदा जा रहा है। मंत्री ने यहां हरियाणा विधानसभा के बजट सत्र में प्रश्नकाल के दौरान सोमवार को पूछे गए प्रश्न का उत्तर देते हुए उक्त जानकारी दी।
उन्होंने पेराई सीजन 2019-20 में इस साल 31 जनवरी तक सहकारी मिलों में हुई गन्ना पेराई का विवरण देते हुए बताया कि राज्य की सहकारी चीनी मिलों की कुल पेराई क्षमता 28,200 टन प्रति दिन है। पानीपत सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता 1800 टन है जहां 31 जनवरी तक 92.40 प्रतिशत क्षमता उपयोग करते हुए 1,15,300 क्विंटल चीनी उत्पादन किया गया। इसी प्रकार, हरियाणा सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता 3500 टन और क्षमता उपयोग 92.97 प्रतिशत (1,68,650 क्विंटल चीनी उत्पादन), करनाल सहकारी चीनी मिल की क्षमता 2200 टन और क्षमता उपयोग 92.77 प्रतिशत (1,46,010 क्विंटल उत्पादन), सोनीपत सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता 2200 टन और क्षमता उपयोग 71.66 प्रतिशत (94,650 क्विंटल उत्पादन), शाहाबाद सहकारी चीनी मिल की क्षमता 5000 टन और क्षमता उपयोग 87.61 प्रतिशत (2,86,000 क्विंटल उत्पादन) रहा।
वहीं, जींद कोऑपरेटिव शुगर मिल की पेराई क्षमता 1600 टन और क्षमता उपयोग 102.02 प्रतिशत (1,05,510 क्विंटल चीनी उत्पादन) है तो पलवल कोऑपरेटिव शुगर मिल की पेराई क्षमता 1900 टन और क्षमता उपयोग 59.63 प्रतिशत (35,650 क्विंटल उत्पादन), मेहम सहकारी मिल की पेराई क्षमता 2500 टन है और क्षमता उपयोग 90.68 प्रतिशत (1,29,250 क्विंटल उत्पादन) है। कैथल कोऑपरेटिव शुगर मिल की पेराई क्षमता 2500 टन और क्षमता उपयोग 95.59 प्रतिशत (1,59,550 क्विंटल उत्पादन) है, तो चौधरी देवी लाल सहकारी चीनी मिल की क्षमता 2500 टन और क्षमता उपयोग 96.86 प्रतिशत (1,26,670 क्विंटल उत्पादन) और हाफेड (एचएएफईडी) सहकारी चीनी मिल की पेराई क्षमता 2500 टन और क्षमता उपयोग 88.69 प्रतिशत (1,26,700 क्विंटल उत्पादन) है।
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