नई दिल्ली: देश भर में लॉकडाउन के कारण चीनी मिलें मार्च और अप्रैल 2020 के लिए आवंटित चीनी कोटे को बेचने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, क्यूंकि बाजार में मांग कम है। इसी को देखते हुए आज जारी एक अधिसूचना में सरकार ने अप्रैल 2020 के लिए आवंटित चीनी बिक्री कोटे की समय अवधि 31 मई तक बढ़ाने का फैसला लिया है।
कोरोना वायरस के कारण चीनी उद्योग काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है, घरेलू और वैश्विक चीनी बिक्री में गिरावट के कारण मिलों के सामने राजस्व तरलता की गंभीर समस्या पैदा हुई है। जिसके कारण मिलें किसानों का बकाया भुगतान करने में भी नाकाम साबित हुई है। भारत में घरेलू इस्तेमाल के लिए चीनी की बिक्री होती है, और मिठाइयों, फार्मास्यूटिकल्स और पेय पदार्थों में भी चीनी का बडी मात्रा में उपयोग किया जाता है। वर्तमान में, लॉकडाऊन के कारण ये सभी उद्योग भी बंद हैं। गर्मियों की शुरुआत के बाद कोल्ड्रींक्स, मिठाई सहित अन्य उद्देश्यों के लिए चीनी की अच्छी मांग रहती है। अब सब जगह लॉकडाऊन है, इसलिए चीनी की बिक्री बिल्कुल ठप हुई है। मिलों के गोदामों मे चीनी की बोरियों का ढेर लगा हुआ है।
आपको बता दे, 26 मार्च को जारी अधिसूचना में सरकार के खाद्य मंत्रालय ने अप्रैल के लिए देश के 545 मिलों को चीनी बिक्री का 18 लाख टन कोटा आवंटित किया था।
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