नई दिल्ली: डीजल में बायोडीजल के सम्मिश्रण का वर्तमान प्रतिशत 0.1 प्रतिशत से कम है, सरकार ने सोमवार को लोकसभा को सूचित किया और कहा कि जैव ईंधन पर राष्ट्रीय नीति 2018, 2030 तक डीजल में बायोडीजल के 5 प्रतिशत सम्मिश्रण के सांकेतिक लक्ष्य के रूप में निर्धारित करती है।
पेट्रोलियम और प्राकृतिक गैस राज्य मंत्री रामेश्वर तेली ने एक लिखित उत्तर में कहा कि सरकार ने पेट्रोल में एथेनॉल के 20 प्रतिशत मिश्रण को प्राप्त करने की दिशा में कई कदम उठाए हैं। इनमें एथेनॉल में रूपांतरण के लिए गन्ना और खाद्यान्न (भारतीय खाद्य निगम के पास चावल का मक्का और अधिशेष स्टॉक) के उपयोग की अनुमति देना, ईबीपी कार्यक्रम के तहत एथेनॉल की खरीद के लिए प्रशासित मूल्य तंत्र, जिसमें एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2017 से साल-दर-साल एथेनॉल की बढ़ी हुई एक्स-मिल कीमत शामिल है। उपायों में ईबीपी कार्यक्रम के लिए एथेनॉल पर जीएसटी दर को घटाकर 5 प्रतिशत करना, एथेनॉल की मुक्त आवाजाही के लिए उद्योग (विकास और विनियमन) अधिनियम [Industries (Development & Regulation) Act] में संशोधन, देश में एथेनॉल उत्पादन क्षमता को बढ़ाने और बढ़ाने के लिए ब्याज सबवेंशन योजना शामिल है।
उन्होंने कहा कि एथेनॉल आपूर्ति वर्ष 2020-21 के लिए पेट्रोल में औसत एथेनॉल सम्मिश्रण प्रतिशत इस वर्ष 26 जुलाई तक आठ प्रतिशत है।