केंद्र स्थानीय घरेलू आपूर्ति में आरामदायक आपूर्ति के बावजूद चीनी निर्यात पर प्रतिबंध हटाने पर विचार नहीं कर रहा है, क्योंकि सरकार 2025-26 तक अपने E20 लक्ष्य को पूरा करने के लिए उपलब्धता, पर्याप्त प्रारंभिक संतुलन और एथेनॉल मिश्रण को प्राथमिकता देना चाहती है। यह खबर की जानकारी दो वरिष्ठ अधिकारी ने लाइव मिंट को दी है।
आपको बता दे, खराब फसल और बढ़ती कीमतों की आशंकाओं के बीच भारत ने चीनी निर्यात पर अनिश्चितकालीन प्रतिबंध लगाया हुआ है।
हालही में देश में चीनी और जैव-ऊर्जा उद्योग की शीर्ष संस्था, इंडियन शुगर एंड बायो-एनर्जी मैन्युफैक्चरर्स एसोसिएशन (ISMA) ने सरकार से चीनी निर्यात की अनुमति मांगी थी। ISMA ने सरकार से चालू सीजन में 20 लाख टन चीनी के निर्यात की अनुमति देने पर विचार करने का आग्रह किया है।
लाइव मिंट में प्रकाशित खबर के मुताबिक, अधिकारियों में से एक ने कहा की हालांकि चीनी उत्पादन अब आरामदायक स्तिथि में है, और हमारे पास पर्याप्त स्टॉक है, हम आज चीनी निर्यात पर विचार नहीं कर रहे हैं। हमारी प्राथमिकता घरेलू खपत, लगभग तीन महीने के लिए पर्याप्त संतुलन और उसके बाद एथेनॉल मिश्रण है।