नई दिल्ली: कई मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, भारत इस अक्टूबर से लगातार दूसरे साल चीनी के निर्यात पर कैप लगा सकता है, जिसका उद्देश्य पर्याप्त घरेलू आपूर्ति सुनिश्चित करना और स्थानीय कीमतों पर नियंत्रण रखना है। भारत 2022-23 अक्टूबर-सितंबर सीजन में चीनी निर्यात को 6 से 7 मिलियन टन तक सीमित कर सकता है।
इस वर्ष वैश्विक चीनी कीमतों को कम करने वाले कारकों में प्रमुख कारक ब्राजील में कम चीनी उत्पादन और उच्च स्तर पर कच्चे तेल की कीमतें हैं। कच्चे तेल की ऊंची कीमत चीनी मिलों को एथेनॉल का उत्पादन करने के लिए प्रोत्साहित करती हैं। अगले सीजन की निर्यात सीमा 60 लाख से 70 लाख टन के बीच होगी, लेकिन सटीक मात्रा 2022-23 सीजन की शुरुआत के करीब तय की जाएगी। सरकार कोटा तय करने से पहले मानसून के प्रदर्शन पर गौर करेगी।
वर्तमान सीजन में सरकार ने 10 मिलियन टन चीनी निर्यात पर कैप लगाया हुआ है।