न्यूज़ एजेंसी पीटीआई के मुताबिक, खाद्य मंत्री पीयूष गोयल ने शुक्रवार को कहा कि सरकार उचित और पारिश्रमिक मूल्य (FRP) को कम नहीं कर सकती है, जिस पर चीनी मिलें किसानों से गन्ना खरीदती हैं, और उद्योग को कुशल, लाभदायक और केंद्रीय सब्सिडी पर कम निर्भरता के साथ उत्पाद पोर्टफोलियो में विविधता लाने के लिए कहा।
उद्योग निकाय ISMA की 86 वीं वार्षिक आम बैठक (AGM) को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा की सरकार द्वारा दी गयी चीनी निर्यात सब्सिडी से चीनी अधिशेष को कम करने में मदद मिलेगी।
यह कहते हुए की उचित और पारिश्रमिक मूल्यको कम करना व्यावहारिक नहीं है उन्होंने कहा की उद्योग को अधिक इथेनॉल उत्पादन और अन्य उप-उत्पादों को बढ़ावा देना चाहिए जिससे उनकी आय बढ़ेगी।
आपको बता दे, कल ही कैबिनेट कमेटी ऑन इकोनॉमिक अफेयर्स (CCEA) ने चीनी मिलों को 2020-21 सीजन के लिए 60 लाख टन चीनी निर्यात को लेकर 3,500 करोड़ रुपये की निर्यात सब्सिडी देने का फैसला किया है।