मुजफ्फरनगर: उत्तर प्रदेश में गन्ना बकाया मुद्दा अहम् बना हुआ। गन्ना किसान भुगतान नहीं मिलने से आक्रोश में है, जिसके कारण चीनी मिलों के साथ सरकार पर भी दवाब बना हुआ है। फ़िलहाल उत्तर प्रदेश के मुजफ्फरनगर के गन्ना किसानों को इस सीजन में बकाया भुगतान कि समस्या से कुछ हद तक राहत मिली है। चीनी मिलों ने निर्यात को बाढावा दिया है, जिसके कारण उनकी आर्थिक तरलता कि समस्या कुछ हद तक कम होटी नजर आ रही है। गन्ना बकाया होने के कारण सरकार के साथ प्रशासन भी सख्त है और जिसका शायद असर भी दीखता हुआ नजर आ रहा है। खबरों के मुताबिक मुजफ्फरनगर जिले की चीनी मिलों ने दो दिन में रिकार्ड 137 करोड़ का भुगतान किया है।
शासन ने चीनी मिलों को गन्ना कानून के तहत 14 दिन में भुगतान करने के निर्देश दिए हैं। इस संबंध में गत दिवस डीएम ने मिल प्रबंधकों की बैठक लेकर उन्हें चेतावनी दी थी। जिसके बाद चीनी मिलों ने दो दिन में किसानों का 137 करोड़ का भुगतान कर दिया है। खबरों के मुताबिक खतौली ने 49.34 करोड़, खाईखेडी ने 19.50 करोड़, टिकौला ने 19 करोड़, मंसूरपुर ने 16.70 करोड़, तितावी ने 15 करोड़, मोरना ने 3.98 करोड़, रोहाना ने 3 करोड़ और भैसाना 85 लाख ने भुगतान किया है।
गन्ना बकाया को लेकर राज्य में काफी प्रदर्शन भी हुए है और गन्ना किसानों ने अपने भुगतान को लेकर चीनी मिलों के साथ साथ सरकार पर भी दवाब बनाये रखा हुआ है।
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