जयपुर/गंगानगर, 12 मार्च: राजस्थान के गंगानगर शुगर मिल लिमिटेड के कायाकल्प के लिए सरकार ने कमर कस ली है। पिछले काफी दिनों से चीनी मिल में प्रबंधन स्तर पर चल रहे रिक्त पदों को तत्काल प्रभाव से भरते हुए राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र ने गंगानगर शुगर मिल में जयपुर निवासी और राजस्थान सीए एसोसिएशन के पूर्व अध्यक्ष सीएल यादव को निदेशक पद पर नियुक्ति दी है। यह नियुक्ति निदेशकमंडल में अशासकीय श्रेणी में की गयी है। राजस्थान के आबकारी विभाग (वित्त) के संयुक्त शासन सचिव ओंकारमल राजोतिया ने कहा कि गंगानगर शुगर मिल के आर्टिकल ऑफ़ एसोसिएशन के आर्टिकल 117 के प्रावधान के अधिकारों के तहत राज्यपाल ने ये नियुक्ति की है। सरकार की कोशिश है कि चीनी मिल में व्यवस्थाएं सुधरे और ऑडिट में हो रही अनियमितताओं को रोका जा सके। राजोतिया ने कहा कि सीएल यादव के साथ ही जालोर निवासी मोहन पारासर की भी निदेशक अशासकीय के पद पर नियुक्ति की गयी है। इन दोनों व्यक्तियों को अपने क्षेत्र का लम्बा अनुभव है। चीनी मिल में इनके अनुभव का लाभ उठाया जाएगा।
मीडिया से बात करते हुए सीएल यादव ने कहा कि चीनी मिल में मौजूद कर्मचारियों के हितों के साथ मिल में ऑडिट से जुडी अनियमिताओं को ठीक करना उनकी प्रथमिकता में रहेगा। जल्द ही आपको चीनी मिल में काफी कुछ बदलाव दिखेगा। चीनी मिल में होने जा रहे बदलावों से यहां आर्थिक अनियमिताओं पर लगाम लगेगी। मिल की माली हालत में सुधार होगा तो गन्ना किसानों को समय पर उनका बकाया चुकाने में मदद मिलेगी।
गौरतलब है कि गंगानगर शुगर मिल सार्वजनिक क्षेत्र की चीनी मिल है जिसकी स्थापना 20 जनवरी 1945 में की गयी थी। यह राज्य सरकार की कम्पनी के रूप में वर्गीकृत है और जयपुर में रजिस्ट्रार ऑफ़ कम्पनीज के कार्यालय में पंजीकृत है। इस शुगर मिल की अधिकृत शेयर पूंजी 2,000,000,000 रुपये है। कम्पनी की हर साल वार्षिक आम सभी की बैठक होती है जिसमें निदेशक मंडल के सदस्यों सहित सभी लोग भाग लेते है और चीनी मिल का सालभर का लेखाजोखा पेश कर आगे की रणनीति पर काम करते है। उम्मीद है कि सरकार आने वाले दिनों में मिल में मौजूद अन्य रिक्त पदों के बारे में जानकारी जुटाएगी और तत्काल प्रभाव से उन्हें भरने की कारवाई करेगी ताकि चीनी मिल में कार्यदक्षता बढ़ाकर उत्पादन क्षमता को भी बढ़ाया जा सके।
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