सीतापुर, 10 अगस्त: गन्ना किसान और चीनी मिलों के बीच सतत संवाद स्थापित करने लिए उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शासन को निर्देश दिए है। इसके लिए प्रशासन ने बैठकें शुरु कर दी है। सरकार के आदेशों की अनुपालन में ‘‘प्रशासन आपके द्वार’’ की थीम के तहत काम किया जा रहा है। जिसमें शासन के साथ चीनी मिलों और किसान प्रतिनिधियों की बैठक आयोजित हो रही है। प्रदेश के सीतापुर जिले में इसी क्रम में गन्ना आयुक्त मनीष चौहान ने ज़िलाधिकारी कार्यालय में बैठक आयोजित की जिसमें चीनी मिलों और गन्ना किसानों के साथ प्रशासनिक अमला मौजूद रहा। बैठक में आयुक्त मे जहाँ गत पिराई सत्र में किये गये गन्ना भुगतान की स्थिति की समीक्षा की वहीं किसानों का समय पर गन्ना भुगतान हो इसके सिए चीनी मिलों को सख़्त निर्देश भी दिए। गन्ना आयुक्त ने पैराई सत्र 2019-20 के लिये किये जा रहे सर्वे कार्यों की समीक्षा की और निर्देश दिये कि इस कार्य में पूरी पारदर्शिता बरती जाए। आयुक्त ने कहा कि सर्वे का कार्य पूरी तरीके से कम्प्यूटरीकृत किया जा रहा है, इसलिये इसमें कोई भी धांधली करने का प्रयास न हो। उन्होने कहा कि ये समस्त डाटा ऑनलाइन वेबसाइट पर उपल्बध होगा और किसान भाई भी उसे देख सकेंगे। इसके उपरान्त प्राप्त शिकायतों पर दोषी के विरूद्ध कड़ी कार्यवाही भी की जायेगी।
सीतापुर के ज़िलाधिकारी अखिलेश तिवारी ने कहा कि इसमें पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिये सर्वे की एक प्रति और सट्टा व पर्ची कलेण्डर की प्रति भी किसानों को मौके पर ही उपलब्ध कराई जाएगी। साथ ही कहा कि सभी किसानों का मोबाइल नम्बर डेटाबेस में अवश्य फीड किया जा रहा है, ताकि किसानों को भेजी जाने वाली सूचनाएं समय पर उन्हे मिले। ज़िलाधिकारी ने कहा कि इलेक्ट्रॉनिक माध्यम का प्रयोग करके मोबाइल एप के माध्यम से भी पर्ची किसानों को उपलब्ध कराने की व्यवस्था हो रही है तथा उन्हें भेजे गये एसएमएस के आधार पर भी तौलने की प्रणाली प्रयोग में लायी जाएगी। उन्होंने कहा कि जो किसान मोबाइल से नही जुड़ पायेंगे उनके लिये पर्ची की व्यवस्था भी होगी।
इस अवसर पर गन्ना आयुक्त ने निर्देश दिये कि समितियों द्वारा हो रहे सर्वे में 10 प्रतिशत कार्यों की जांच जिलाधिकारी द्वारा तहसीलदार या नायब तहसीलदार के माध्यम से होगी। आयुक्त ने इसके सिए समिति स्तर पर एक हेल्पडेस्क बनाने का सुझाव भी दिया।
गन्ना आयुक्त की इस पहल का स्वागत करते हुए चीनी मिल यूनियन सीतापुर के प्रतिनिधि रामसेवक ने कहा कि गन्ना आयुक्त की ये पहल सराहनीय है इससे विभाग में जिम्मेदार एवं सक्षम अधिकारियों की यहाँ तैनाती होगी इससे गन्ना किसानों और चीनी मिलों को कोई दिक्कत नहीं होगी।
इस अवसर पर मीडिया से बात करते हुए सीतापुर के ज़िला गन्ना अधिकारी दुष्यन्त कुमार ने कहा कि शासन के आदेशों के मुताबिक़ सभी चीनी मिलों को मिल चलाने से पहले उसका निरीक्षण करने के निर्देश दिए गए है। चीनी मिल में कोई तकनीकी या अन्य कमी हो तो उसे दुरुस्त करने के निर्देश है। साथ ही चीनी मिलों व नाप तौल केन्द्रों पर संबंधित अधिकारी का दूरभाष नम्बर लिखने का भी प्रावधान किया गया है।
बैठक के दौरान प्रशासन द्वारा गन्ना किसानों और चीनी मिलों के हित में लिए गए निर्णयों की तारीफ़ करते हुए गन्ना किसान सतवीर सिंह ने कहा कि गन्ना विकास एवं किसानों के कल्याण के लिए योगी सरकार लगातार काम कर रही है प्रशासन की सतर्कता व जागरुकता से चीनी मिलों और किसानों को विभागीय कामों मे आने वाली दिक्कतों का समय पर समाधान होने से जहाँ हमारे काम तेज़ी से होंगे वहीं चीनी मिलों के उत्पादन में भी तेज़ी आयेगी ।
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