पणजी: राज्य के सहकारिता मंत्री गोविंद गौड ने गत शुक्रवार को गोवा के किसानों को आश्वासन दिया कि उनके गन्ने की खरीदारी की जिम्मेदारी राज्य सरकार की होगी। मंत्री ने कहा कि संजीवनी चीनी मिल में स्थापित होने वाले नए संयंत्र के लिए एक कंसल्टेंट नियुक्त करने के लिए एक्सप्रेशन ऑफ इंटरेस्ट (ईओआई) अगले एक सप्ताह में मंगाई जाएगी।
उन्होंने कहा कि नियुक्त कंसल्टेंट 40 दिन के भीतरी टेक्नो-फिजिबिलिटी संबंधिक रिपोर्ट पेश करेगा। उसके बाद ही नये संयंत्र लगाने के लिए सरकार अनुमति देगी। उन्होंने कहा कि संयंत्र एक वर्ष के भीतर तैयार होना चाहिए।
मंत्री ने कहा कि हालांकि इस सीजन में संजीवनी चीनी मिल चालू नहीं था, लेकिन गोवा से लगभग 15,000 मीट्रिक टन गन्ना पेराई के लिए कर्नाटक के खानापुर में लैला चीनी मिल में भेजा गया है।
उन्होंने कहा कि हमारे पास अभी भी फरवरी तक का समय है। इस महीने में पेराई का आखिरी दौर चलता है। और गन्ना उत्पादन और खरीद का ख्याल सरकार द्वारा रखा जाएगा। गौड ने कहा कि संजीवनी चीनी मिल को निश्चित रूप से नई हाइड्रोलिक तकनीक के साथ एक नया संयंत्र स्थापित करके पुनर्जीवित किया जाएगा।
उन्होंने कहा की हम चीनी के साथ इथेनॉल का भी उत्पादन करेंगे क्योंकि गोवा इथेनाल के लिए एक अच्छा बाजार है। उन्होंने यह भी कहा कि गन्ना किसानों को चिंता नहीं करनी अगर चीनी के बदले गन्ने से इथेनॉल उत्पादन किया गया तो। ऐसे में उनके गन्ने की खरीदारी जारी रहेगी। गौड ने कहा कि गन्ने से इथेनॉल निकालने के लिए जरुरी कच्चा माल गन्ना भी आसानी से उपलब्ध है।
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