सोलापुर: नगर, सोलापूर, नासिक में सूखे ने और बाढ से कोल्हापूर समेत सांगली, सातारा में गन्ना फसल को काफी बुरी तरह से प्रभावित किया है। जिसका सीधा असर गन्ने के साथ साथ चीनी उत्पादन पर भी दिखाई देगा। चीनी उद्योग के अनुमान अनुसार, चीनी सीजन 2018-2019 के 107 लाख टन के मुकाबले चीनी सीजन 2019-2020 में 65 लाख टन चीनी उत्पादन होने की उम्मीद है। चीनी उत्पादन में कमी के कारण सरकार को भी नुक्सान होगा। चीनी उद्योग द्वारा केंद्र सरकार को पिछले साल के मुकाबले तकरीबन 650 करोड रूपये जीएसटी कम मिलने की आशंका भी जताई जा रही है।
नए पेराई सीजन के लिए अब तक केवल 45 चीनी मिलों ने आवेदन किया है, लेकिन चीनी आयुक्त कार्यालय द्वारा एक भी मिल को अभी तक लाइसेंस नही दिया गया है। कोल्हाुपर, सांगली, सोलापुर और नगर जिले में सबसे ज्यादा चीनी मिलें है, लेकिन बाढ और सुखे के कारण यहां गन्ना फसल में कमी हुई है। इस साल गन्ना बहुल इलाकों में बारिश ने कहर ढाया है, इसलिए उत्पादन गिरने की संभावना है। कर्नाटक में भी विजापूर, बदामी और दावगिरी जिले में बाढ के कारण गन्ना फसल काफी प्रभावित हुई है। कुल मिलाकर इस साल सरकार को चीनी उद्योग द्वारा मिलने वाले जीएसटी में बडा घाटा होता दिखाई दे रहा है।
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