नासिक: चीनी मंडी
महाराष्ट्र में बाढ़ और सूखे के कारण चीनी मिलें त्रस्त है और राज्य सरकार भी मिलों को मुसीबतों से बाहर निकालने के प्रयास में है। राकांपा प्रमुख शरद पवार ने शुक्रवार को कहा की गन्ना किसानों को राहत देने के लिए चर्चा चल रही है और चीनी मिलों के सामने आने वाली समस्याओं पर भी ध्यान दिया जायेगा।
उन्होंने कहा की राज्य में किसान बेमौसम बारिश के कारण प्रभावित होते हैं और केंद्र को मदद देनी चाहिए। लगभग 85 फीसदी किसानों के पास 2 लाख रुपये से कम का कर्ज है और महा विकास अघादी सरकार द्वारा दी गई माफी ने उन्हें राहत दी है। शेष 15 प्रतिशत किसानों के बारें में अगले बजट में विचार किया जाएगा।
इस बार महाराष्ट्र में बाढ़ और सूखे के कारण गन्ना उत्पादन पर काफी असर पड़ा है और साथ ही साथ, राज्य में राजनीतिक अनिश्चितता के कारण गन्ना पेराई सत्र में देरी हुई है। महाराष्ट्र में चीनी मिलों ने राज्य के राज्यपाल बीएस कोश्यारी से अनुमति मिलने के बाद आधिकारिक तौर पर गन्ना पेराई सीजन शुरू कर दिया था। राज्यपाल ने 22 नवंबर को आधिकारिक रूप से सीजन शुरू करने की अनुमति दी थी। देरी से सीजन शुरू होने के कारण चीनी उत्पादन में काफी गिरावट देखि जा सकती है।
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