लखनऊ : 01 नवंबर, 2019
प्रदेष की सहकारी गन्ना विकास समितियां अपने सदस्य गन्ना कृषकों को नाबार्ड योजना के अन्तर्गत जिला सहकारी बैंकों के माध्यम से कृषि निवेष ऋण के रूप में उपलब्ध कराती हैं। इस हेतु गन्ना किसानों की ऋण सीमा भी निर्धारित की जाती है, जो अधिकतम रूपये 50,000 (पचास हजार) प्रति सदस्य कृषक निर्धारित थी।
गन्ना कृषकों की मांग के दृष्टिगत श्री संजय आर. भूसरेड्डी, आयुक्त, गन्ना एवं चीनी/ निबन्धक, सहकारी गन्ना/चीनी मिल समितियां, उ.प्र. द्वारा गन्ने की फसल हेतु प्रति सदस्य गन्ना कृषकों के कृषि ऋणों की मौजूदा सीमा को रूपये 50,000 (पचास हजार) से बढाकर अधिकतम रूपये 75,000 (पच्चहत्तर हजार) प्रति सदस्य कृषक निर्धारित करने के आदेष निर्गत किये गये हैं। गन्ना किसानों की ऋण सीमा बढाये जाने से गन्ना कृषकों को पर्याप्त कृषि निवेश ऋण पर उपलब्ध हो सकेंगे, जिससे उनके उत्पादन में वृद्धि होगी, फलस्वरूप गन्ना कृषकों की आय बढ़ाने में सहयोग प्रदान हो सकेगा।
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Ganne ka uchit rate please kar do.
teen salo me kaun sa rate badaya hai Jo aap encome doguni karne wada karte ho .
Hamari phasal me lagne wali lagat me kya nahi badha hai
Levar
Deejal
DAP
Uriya
Dawa
Ganne ka rate badha do.
Har chij ka rate har saal badhta hai.
Ganne ka teen saal se nahi badha.
gana naya rat kya h