नई दिल्ली: 29 मई को जारी अधिसूचना में सरकार के खाद्य मंत्रालय ने जून के लिए देश के 546 मिलों को चीनी बिक्री का 18.50 लाख टन कोटा आवंटित किया है।
जून 2020 के लिए आवंटित कोटा जून 2019 के महीने के कोटे से 3 लाख टन कम है। गौरतलब है कि इस बार पिछले माह की तुलना में ज्यादा चीनी आवंटन की गयी है। खाद्य मंत्रालय द्वारा मई 2020 के लिए 17 लाख टन चीनी बिक्री कोटा की मंजूरी दी गयी थी।
देश भर में लॉकडाउन के कारण चीनी मिलें आवंटित चीनी कोटे को बेचने के लिए कड़ी मेहनत कर रही हैं, क्यूंकि बाजार में मांग कम है। आपको बता दे, कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप के कारण भी चीनी मिलों की आपूर्ति श्रृंखला प्रभावित हुई है। इसी को देखते हुए आज जारी एक अधिसूचना में सरकार ने मई 2020 के लिए आवंटित चीनी बिक्री कोटे की समय अवधि 30 जून तक बढ़ाने का फैसला लिया है।
कोरोना वायरस के कारण चीनी उद्योग काफी ज्यादा प्रभावित हुआ है, चीनी बिक्री में गिरावट के कारण मिलों के सामने राजस्व तरलता की गंभीर समस्या पैदा हुई है। भारत में घरेलू इस्तेमाल के लिए चीनी की बिक्री होती है, और मिठाइयों, फार्मास्यूटिकल्स और पेय पदार्थों में भी चीनी का बडी मात्रा में उपयोग किया जाता है। वर्तमान में, लॉकडाऊन के कारण ये सभी उद्योग पूरी तरह से परिचलन में नहीं हैं। गर्मियों की शुरुआत के बाद कोल्ड्रींक्स, मिठाई सहित अन्य उद्देश्यों के लिए चीनी की अच्छी मांग रहती है। अब सब जगह लॉकडाऊन है, इसलिए चीनी की बिक्री ठप हुई है।
केंद्र सरकार ने चीनी की अत्यधिक आपूर्ति को नियंत्रित करने और मूल्य निर्धारण में स्थिरता सुनिश्चित करने के लिए मासिक रिलीज तंत्र को लागू किया था।