नई दिल्ली: ‘आत्मनिर्भर भारत’ के अनुरूप, भारत का 2022 तक कृषि निर्यात का लक्ष्य को US$30 बिलियन से US$60 बिलियन तक दोगुना करना है। साथ ही कोरोना वायरस महामारी के बाद नए बाजार को ढूंढ़ना है। इससे कृषि क्षेत्र में चीन को भी टक्कर दी जा सकेगी।
हिंदुस्तान टाइम्स में प्रकाशित खबर के मुताबिक, कृषि मंत्रालय के एक अधिकारी ने कहा की, अमेरिका, कनाडा, चिली, इक्वाडोर, दक्षिण कोरिया, मलेशिया, ईरान और चीन के साथ साथ उसका प्रतिद्वंद्वी ताइवान को अधिक निर्यात करने का भारत के पास मौका है। कृषि क्षेत्र को उदार बनाने के लिए इस महीने तीन अध्यादेशों को लागू करने के बाद, नए बाजारों तक पहुंच और निर्यात को बढ़ावा देने का समय आ गया है। भारत एक कृषि महाशक्ति है, और ज्यादा से ज्यादा निर्यात कृषि आय को दोगुना करने में मदद कर सकता है, जिससे पीएम द्वारा निर्धारित लक्ष्य पूरा हो सकता है।
अधिकारियों ने 11 कृषि-आधारित वस्तुओं की पहचान की है जो चीन अन्य व्यापारिक साझेदारों से आयात करता है, जिसे भारत निर्यात करने की क्षमता रखता है।इन वस्तुओं को तथाकथित “चीन को संभावित निर्यात” श्रेणी में रखा जाएगा।
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