माल एवं सेवा कर (जीएसटी) व्यवस्था के आगामी एक जुलाई को एक साल पूरे होने जा रहे हैं। ऐसे में व्यापारियों ने वित्त मंत्रालय से जीएसटी से संबंधित विभिन्न मुद्दों मसलन कई रिटर्न, विभाग से रिफंड, इस कर व्यवस्था के बारे में जागरूकता तथा अनुपालन की समीक्षा करने का आग्रह किया है।
व्यापारियों के संगठन कंफेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (कैट) ने मंत्रालय को लिखे पत्र में कहा है, ‘‘हमारा सुझाव है कि मासिक रिटर्न के बजाय फॉर्म 3 बी पर तिमाही रिटर्न किया जाए जिससे रिटर्न भरना सरल हो। साथ ही कैट का सुझाव है कि रिफंड स्वत : ही व्यापारियों के बैंक खातों में इलेक्ट्रॉनिक माध्यम से तय समय सीमा में भेजा जाए। एचएसएन कोड केवल निर्माताओं पर ही लागू किया जाए। एक से ज्यादा राज्यों में व्यापार करने वाले व्यापारियों को हर राज्य में जीएसटी पंजीकरण कराने की जगह एक ही पंजीकरण को राष्ट्रीय स्तर पर लागू किया जाए। ’’
इसके अलावा कैट ने कहा है कि अभी भी बड़ी संख्या में देशभर में व्यापारियों के पास कंप्यूटर नहीं है , ऐसे व्यापारियों को कंप्यूटर लगाने के लिए सरकार सब्सिडी दे। इससे ई-अनुपालन को प्रोत्साहन मिलेगा।