हापुड़, उत्तर प्रदेश: कृषि विज्ञान केंद्र में चल रही आईआईएल परियोजना के अंतर्गत ग्राम सिखैडा में एक दिवसीय प्रक्षेत्र दिवस में किसानों को गन्ना व धान फसल में लगने वाले विभिन्न कीटों से बचाव के लिए मार्गदर्शन किया।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, केन्द्र के प्रभारी अधिकारी डा. अरविन्द कुमार ने दवाओं के इस्तेमाल के बारे में किसानों को सटीक जानकारी दी। डा. चरण सिंह ने कृषकों को उनके प्रक्षेत्र पर लगाये गये प्रदर्शनों के बारे में जानकारी ली। डा. अमित तोमर ने किसानों को मृदा स्वास्थ्य प्रबंधन की जानकारी साझा की।
लाइव हिंदुस्तान में प्रकाशित खबर के अनुसार, डा. राकेश ने आईआईएल कंपनी के विभिन्न उत्पादों की जानकारी दी साथ ही उनके उचित मात्रा एवं प्रयोग के बारे में बताया।वैज्ञानिक डा. नीलम कुमारी ने कृषक उत्पादक संगठन बनाने की प्रक्रिया के बारे मार्गदर्शन किया।मृदा वैज्ञानिक डॉ. अशोक सिंह ने सरसों की प्रजाति आरएच 725, 749, आजाद महक, पूसा सरसों 25, 26, 28 एवं 31 तथा गेहूं की अगेती प्रजाति डीबी डब्ल्यू 370, 371, 372 एवं 303 तथा रबी फसलों की विस्तृत जानकारी दी।