सूरत: दक्षिण गुजरात के विभिन्न जिलों में काम करने वाले प्रवासी गन्ना मज़दूरों के लिए एक अच्छी खबर हैं। मजदूरी वृद्धि के लिए लगभग तीन वर्षों से चल्र रहें उनके संघर्ष के परिणामस्वरूप सहकारी चीनी मिलों ने उनके वेतन में लगभग 10 प्रतिशत बढ़ोतरी का फैसला किया है। यूनियन नेताओं का कहना है कि, वेतन बढ़ोतरी से लगभग 2.5 लाख गन्ना कटाई मजदुर लाभान्वित होंगे।
मीडिया रिपोर्ट के मुताबिक, मजूर अधिकर मंच के सलाहकार सुदिक कटियार ने कहा की दक्षिण गुजरात के सहकारी चीनी मिलों ने बुधवार को गन्ना कटाई श्रमिकों की मजदूरी 25 रुपये प्रति टन बढ़ाकर 280 रुपये प्रति टन कर दी है। श्रम ठेकेदारों को दिया जाने वाला कमीशन भी 5 रुपये प्रति टन से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति टन कर दिया गया है। यह पिछले कुछ वर्षों से मजदूरी में बढ़ोतरी की मांग कर रहे गन्ना श्रमिकों के संघर्ष का एक परिणाम है।
सहकारी मिलों के श्रम पर्यवेक्षकों द्वारा मुकादम के नाम से जाने जाने वाले मज़दूर ठेकेदारों के साथ बैठक में मजदूरी वृद्धि की घोषणा की गई। कटियार ने कहा, मजदूरी में वृद्धि से लगभग 2.5 लाख श्रमिक लाभान्वित होंगे, जो गुजरात के डांग और तापी और महाराष्ट्र के धुले और नंदुरबार से हर साल गन्ना कटाई के लिए आते हैं।
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