किंगस्टन : कोरोना वायरस महामारी के प्रकोप और लोगों की नौकरियों पर मंडरा रहे खतरे के बीच जमैका में चीनी के भाव में बढ़ोतरी चीनी उद्योग प्राधिकरण (SIA) को रास नही आया और उन्होंने इस घोसणा को अनुचित ठहराया। 27 अप्रैल को चीनी की कीमतों में वृद्धि होनी थी, लेकिन समय को आगे बढ़ा दिया गया। पिछले सोमवार, जमैका के कृषि क्षेत्र पर MICAF के एक अपडेट ने पुष्टि की कि मूल्य वृद्धि लागू की गई। मंत्रालय ने कहा की, स्थानीय निर्माताओं द्वारा उत्पादन लागत में वृद्धि के कारण चीनी की कीमत में वृद्धि हुई है, इसके आलावा कोई और जानकारी नहीं दी गई है।
हालांकि, शुगर प्रोड्यूसर और मार्केटिंग एजेंट, वर्थ पार्क एस्टेट के प्रबंध निदेशक गॉर्डन क्लार्क ने कहा कि, विदेशी मुद्रा की कीमत में उतार-चढ़ाव के कारण समायोजन काफी हद तक सही था। अमेरिकी डॉलर की कीमत आपूर्ति और मांग की गतिशीलता के कारण जमैका का चीनी उद्योग काफी हदतक प्रभावित होता है, इसलिए इससे निपटने के लिए चीनी किमतों मे बढोतरी एकमात्र विकल्प बचता है। लेकिन कुछ लोगों का कहना है कि, इस समय चीनी की कीमतों को बढ़ाने का कोई जरुरत नहीं है, खासकर इस समय जब कोरोना वायरस महामारी जमैका के उपभोक्ताओं की आय को नुकसान पहुंचा रही है।
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