कोल्हापुर : इस साल बारिश की कमी के कारण गन्ने का उत्पादन घटने की आशंका है। कई चीनी मिलों ने अपनी पेराई क्षमता बढ़ा दी है, और आशंका जताई जा रही है कि मिल मालिकों को पूरी क्षमता से मिलें चलाने के लिए गन्ने की कमी का सामना करना पड़ सकता है। इस पृष्ठभूमि में, राज्य की कुछ चीनी मिलों ने गन्ना किसानों को रिझाने के लिए ‘लकी ड्रा’ योजनाओं की घोषणा की है। इनमें पुणे जिले की विघ्नहर चीनी मिल, कोल्हापुर जिले की तात्यासाहेब कोरे वारणा चीनी मिल अग्रणी है। श्री विघ्नहर सहकारी चीनी मिल का गन्ना विकास योजना के अंतर्गत कृषक गोष्ठी एवं बुलेट लकी ड्रा कार्यक्रम 21 सितंबर 2023 को संपन्न हुआ।
…ऐसी है वारणा चीनी मिल की योजना
तात्यासाहेब कोरे वारणा सहकारी चीनी मिल की वार्षिक बैठक में मिल के नेता एवं विधायक डाॅ. विनय कोरे ने गन्ना किसानों के लिए ‘लकी ड्रा’ योजना की घोषणा की है। जो किसान पेराई सीजन शुरू होने से पहले मार्च महीने में गन्ना कटाई के लिए पंजीकरण कराएंगे, वे इस योजना में भाग ले सकेंगे। 1 मार्च से 15 मार्च तक प्रति एकड़ 50 टन गन्ना उत्पादन करने वाले 3 किसानों को रॉयल एनफील्ड बुलेट दी जाएंगी। जबकि, 1 मार्च से 30 मार्च के दौरान प्रति एकड़ 30 टन उत्पादन करने वाले 5 किसानों को विदेश जाने का मौका मिलेगा। विदेश जाने वाले किसानों को फैक्ट्री के माध्यम से 50 फीसदी सब्सिडी दी जाएगी। ये सभी पुरस्कार लकी ड्रा के माध्यम से दिए जाएंगे। लकी ड्रा की घोषणा होते ही लगभग 1500 गन्ना किसानों ने पंजीकरण कराया है।
गन्ने की ‘संभावित’ कमी से मिलें अलर्ट…
अपेक्षित बारिश न होने से गन्ने की अपेक्षित वृद्धि नहीं हो सकी है।गन्ने का प्रति एकड़ उत्पादन कम होने का अनुमान है।गन्ने की ‘संभावित’ कमी से मिलर्स के बीच चिंता का माहौल है।अगर मिलें लंबे समय तक चलती है, तो फायदे में रहती है।मिलों को भी गन्ने के लिए मशक्कत करनी पड़ेगी। इसके कारण, कुछ मिलों ने गन्ना आपूर्तिकर्ताओं को विभिन्न पुरस्कारों, पुरस्कारों, लकी ड्रा के साथ प्रोत्साहन देना शुरू कर दिया है।राज्य की अन्य फैक्ट्रियां भी ‘वारणा’ की तरह किसानों के लिए लकी ड्रा योजना शुरू करने की संभावना है।