अंबाला, हरियाणा: बकाया भुगतान और नारायणगढ़ शुगर मिल्स लिमिटेड की संपत्ति की कुर्की से चिंतित किसान यूनियनों ने घोषणा की है कि, वे 27 और 28 दिसंबर को नारायणगढ़ एसडीएम कार्यालय के बाहर प्रदर्शन करेंगे। भारतीय किसान यूनियन (शहीद भगत सिंह) और संयुक्त किसान मजदूर इंकलाब यूनियन ने एसडीएम कार्यालय पर प्रदर्शन करने का फैसला किया, जबकि भारतीय किसान यूनियन (चारुनी) ने समय पर भुगतान सुनिश्चित करने के लिए रणनीति तैयार करने के लिए 2 जनवरी को एक पंचायत बुलाई।
ट्रिब्यून इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, नारायणगढ़ शुगर मिल्स लिमिटेड एक निजी मिल है, जो 2019 से हरियाणा सरकार की देखरेख में चल रही है। बीकेयू (चारुनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चारुनी ने कहा, हमें पता चला है कि चीनी मिलों की संपत्ति सुप्रीम कोर्ट की एक समिति द्वारा कुर्क की गई थी। इस मामले में किसानों का कोई प्रतिनिधि नहीं था और किसानों को आशंका है कि किसानों का गन्ना बकाया फंस सकता है। हमने रणनीति बनाने के लिए 2 जनवरी को चीनी मिलों पर एक पंचायत आयोजित करने का फैसला किया है।
संयुक्त किसान मजदूर इंकलाब यूनियन के नेता धर्म वीर ढींडसा ने कहा, चीनी मिलों की संपत्ति की कुर्की एक गंभीर मामला है क्योंकि करोड़ों रुपये का गन्ना बकाया लंबित है। मिल ने किसानों के नाम पर फसली ऋण भी लिया था। मौजूदा सीजन का ही नहीं बल्कि पिछले सीजन का करीब 17 करोड़ रुपये बकाया है। इस मुद्दे पर यूनियन 27 और 28 दिसंबर को प्रदर्शन करेगी।