चंडीगढ़ : हरियाणा के डिप्टी मुख्यमंत्री दुष्यंत चौटाला ने चालू बजट सत्र के दौरान सदन को बताया कि, हरियाणा सरकार उन किसानों को मुआवजा देगी जो अपने खेतों में जलभराव के कारण अपनी फसल बोने में विफल रहें हैं। मनोहर लाल खट्टर ने भी घोषणा की कि राज्य के कुछ जिलों में हाल ही में हुई ओलावृष्टि से क्षतिग्रस्त हुई रबी (2021-22) फसल के लिए विशेष गिरदावरी का कार्य 1 मार्च से शुरू हो गया है।
मंत्री दुष्यंत ने कहा, 5 मार्च, 2022 तक पिछली खरीफ फसल के नुकसान के लिए मुआवजे का भुगतान शुरू करने के निर्देश दिए गए है। भारी बारिश, जलभराव और कीट के हमलों के कारण, खरीफ की कपास, मूंग, धान, बाजरा और गन्ने की फसलों को नुकसान हुआ था, जिसके लिए राज्य सरकार द्वारा विशेष गिरदावरी की गई थी। 12 जिलों के उपायुक्तों द्वारा दी गई रिपोर्ट के अनुसार, 9,14,139 किसान प्रभावित पाए गए, जिसके लिए 561 करोड़ रुपये की मुआवजा राशि जारी की गई है, और 24,320 किसानों को भुगतान पहले ही प्रत्यक्ष लाभ हस्तांतरण के माध्यम से शुरू किया जा चुका है ।डिप्टी सीएम दुष्यंत ने जिन 12 जिलों का जिक्र किया उनमें करनाल, पलवल, नूंह, गुरुग्राम, हिसार, सिरसा, फतेहाबाद, चरखी दादरी, भिवानी, रोहतक, सोनीपत, झज्जर शामिल हैं।