चंडीगढ़: कांग्रेस नेता भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा कि, हरियाणा सरकार ने अभी तक वर्ष 2022-23 के लिए गन्ने के लिए राज्य द्वारा अनुमोदित मूल्य (एसएपी) तय नहीं किया है, जबकि पेराई कार्य शुरू होने वाले हैं। उन्होंने मांग की कि, राज्य में गन्ने की कीमत वर्तमान में 362 रुपये के मुकाबले कम से कम 400 रुपये प्रति क्विंटल होनी चाहिए। उन्होंने कहा, किसानों की लागत लगातार बढ़ रही है और अब गन्ने के अवशेषों से पेट्रोलियम उत्पाद भी बनाए जा रहे हैं। सरकार को किसी भी हाल में एसएपी बढानी ही होगी।
हुड्डा ने आरोप लगाया कि, हरियाणा सरकार ने कृषि कानूनों के खिलाफ आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों को वापस लेने का अपना वादा नहीं निभाया है। उन्होंने कहा, सरकार जानबूझकर किसानों को बार-बार सड़कों पर आने के लिए मजबूर कर रही है। भारतीय किसान यूनियन (चरूनी) के प्रमुख गुरनाम सिंह चारूनी ने गुरुवार को धमकी दी थी कि अगर राज्य सरकार ने आंदोलन के दौरान किसानों के खिलाफ दर्ज सभी मामलों को वापस नहीं लिया तो किसान 24 नवंबर को राज्य में जीटी रोड जाम कर देंगे।