चंढीगड : हरियाणा सरकार के प्रवक्ता ने कहा कि, भारी बारिश, जलभराव और कीड़ों के हमले आदि से नुकसान झेल रहे किसानों को फसल क्षति मुआवजे के रूप में 561.11 करोड़ रुपये की राशि वितरित की जा रही है। प्रवक्ता ने मुआवजे की जानकारी देते हुए कहा, राज्य में भारी बारिश, जलभराव और कीड़ों के हमले से कपास, मूंग, धान, बाजरा और गन्ना फसलों को हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सभी संभागीय आयुक्तों और उपायुक्तों को आदेश दिए गए है। इस संबंध में उपायुक्तों ने संबंधित संभागीय आयुक्त के माध्यम से सरकार को फसल क्षति आकलन रिपोर्ट भेजी है और उसका विश्लेषण करने के बाद, सरकार ने मुआवजे के रूप में 561.11 करोड़ रुपये की मंजूरी दे दी है।
इंडियन एक्सप्रेस में प्रकाशित खबर के मुताबिक, हिसार के लिए 172.32 करोड़ रुपये, भिवानी के लिए 127.02 करोड़ रुपये, फतेहाबाद के लिए 95.29 करोड़ रुपये, सिरसा के लिए 72.86 करोड़ रुपये, चरखी दादरी के लिए 45.24 करोड़ रुपये, झज्जर के लिए 24.51 करोड़ रुपये सोनीपत के लिए 12.26 करोड़ रुपये स्वीकृत किए गए हैं। रोहतक के लिए 10.45 करोड़ रुपये, पलवल के लिए 58.28 लाख रुपये, नूंह के लिए 52.05 लाख रुपये, करनाल के लिए 3.78 लाख रुपये और गुड़गांव के लिए 10,000 रुपये दिए गये है।
प्रवक्ता ने कहा कि, एमएसपी पर 14 फसलों की खरीद करने वाला हरियाणा एकमात्र राज्य है। लेकिन बेमौसम बारिश और अन्य कारणों से कई बार किसानों को फसल को नुकसान उठाना पड़ता है। सीएम ने फसल मुआवजे की राशि को 12,000 रुपये प्रति एकड़ से बढ़ाकर 15,000 रुपये करने की भी घोषणा की थी। साथ ही इस राशि से कम के मुआवजे के स्लैब में 25 फीसदी की बढ़ोतरी का भी ऐलान किया।