करनाल : पिछले सीजन में टॉप बोरर कीट के कारण भारी नुकसान का सामना करने के बाद, अब एक बार फिर पूरे क्षेत्र में कीट के ताजा प्रजनन की सूचना मिलने से गन्ना किसान चिंतित है। गन्ना प्रजनन संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, करनाल के वैज्ञानिकों को खेतों में अंडे और पतंगे मिले। आपको बता दे की, पिछले सीजन में कीट के प्रजनन के कारण उत्पादन प्रभावित हुआ था।
ट्रिब्यून इंडिया में प्रकाशित खबर के मुताबिक, गन्ना प्रजनन संस्थान, क्षेत्रीय केंद्र, करनाल के प्रमुख, डॉ एसके पांडे ने कहा, इस समय कीट का प्रजनन खतरनाक है क्यूंकि गणे की खेती जारी है। उन्होंने कहा, हमने पूरे क्षेत्र में सर्वेक्षण किया है और खेतों में अंडे और पतंगे पाए हैं, और वर्तमान में, यह प्रजनन के चरण में है। अगर समय रहते प्रजनन रोक दिया जाए तो इससे फसल को बचाने में मदद मिल सकती है।
कीट के हमले के बारे में बताते हुए उन्होंने कहा कि पहली दो पीढ़ियां युवा पौधों पर हमला करती हैं। बाद की पीढ़ियों में, कीट गन्ने के अंतिम भाग पर हमला करता है जिससे ‘बंची टॉप’ होता है। तीसरी और चौथी पीढ़ी सबसे ज्यादा नुकसान पहुंचाती है। यह कीट फरवरी से अक्टूबर के दौरान सक्रिय रहता है। इस बीच, वैज्ञानिकों ने किसानों को सतर्क रहने और प्रजनन को रोकने के लिए उचित प्रबंधन सुनिश्चित करने के लिए एक सलाह जारी की है।