कुरुक्षेत्र: नारायणगढ़ शुगर मिल लिमिटेड द्वारा पिछले सत्र में वितरित गन्ने का भुगतान जारी करने में देरी से नाराज किसानों ने ट्रैक्टर रैली निकालकर अपना विरोध जताया। किसान पहले नारायणगढ़ में मिल के पास एकत्र हुए और फिर रैली निकालकर एसडीएम कार्यालय पहुंचे। उन्होंने कहा कि, वे 12 अगस्त को बेगना नदी में अनिश्चितकालीन ‘जल सत्याग्रह’ शुरू करेंगे। संयुक्त गन्ना किसान समिति के नेता सिंगारा सिंह ने कहा, पिछले सत्र का किसानों का करीब 22.74 करोड़ रुपये का भुगतान लंबित है। हम मिल द्वारा किसानों के नाम पर लिए गए फसल ऋण का मुद्दा भी उठा रहे हैं। करीब 700 किसान हैं जिनके नाम पर मिल ने ऋण लिया था। यह एक घोटाला था और प्रभावित किसान अब मुश्किलों का सामना कर रहे हैं। हम चाहते हैं कि मिल की नीति में संशोधन किया जाए, ताकि पक्षपात को रोका जा सके।
रैली का नेतृत्व कर रहे किसान नेता रवि आजाद ने कहा, मिल ने अभी तक मार्च में समाप्त होने वाले सीजन का बकाया नहीं चुकाया है इस मुद्दे को उठाने के लिए 26 जुलाई को नारायणगढ़ में पंचायत हुई थी और विरोध का आह्वान किया गया था, लेकिन सरकार ने मुद्दों को हल करने के लिए कोई सकारात्मक कदम नहीं उठाया है। पहले मिल निजी हाथों में थी, लेकिन अब इसका प्रबंधन सरकार कर रही है। नारायणगढ़ मुख्यमंत्री का गृह क्षेत्र है और फिर भी किसान अपने भुगतान के लिए विरोध प्रदर्शन करने को मजबूर हैं। हम चाहते हैं कि, बकाया जल्द से जल्द चुकाया जाए और सरकार किसानों के नाम पर मिल द्वारा लिए गए फसल ऋण पर भी निर्णय ले। फसल ऋण की राशि ब्याज सहित 40 करोड़ रुपये है। इस वजह से किसान बैंकों से नया ऋण नहीं ले पा रहे हैं।उन्होंने कहा, चूंकि सरकार मुद्दों को हल करने में कोई दिलचस्पी नहीं दिखा रही है, इसलिए गन्ना किसान अपनी मांगों को उठाने के लिए जल सत्याग्रह करेंगे। सरकार को आगामी विधानसभा चुनावों में किसानों की मांगें न मानने की कीमत चुकानी पड़ेगी।
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