करनाल: इलाकें के गन्ना किसानों का लंबा इंतजार खत्म होने जा रहा है, क्योंकि नई करनाल सहकारी चीनी मिल में 30 मार्च से गन्ने पेराई ट्रायल होने की संभावना है। मशीनरी का इंस्टालेशन कार्य अंतिम चरण में है। पेराई सत्र 30 मार्च से शुरू होगा, इसलिए परीक्षण की तारीख भी 30 मार्च तय की गई है।
ट्रिब्यून इंडिया डॉट कॉम में प्रकाशित खबर के मुताबिक, करनाल एमडी, अदिति ने कहा कि, मिल की क्षमता मौजूदा 2,200 TCD से बढ़कर प्रति दिन (TCD) 3,500 टन हो जाएगी। इसका विस्तार 5,000 टीसीडी तक किया जाएगा। क्षमता में वृद्धि के साथ, आवंटित क्षेत्र की लगभग 8 से 10 लाख टन अधिशेष गन्ना, जो पहले मिल की कम क्षमता के कारण अन्य चीनी मिलों को आवंटित किया गया था, अब यहां पेराई किया जाएगा। उन्होंने कहा कि, अब अन्य मिलों को अधिशेष गन्ना आवंटित करने की कोई आवश्यकता नहीं होगी, क्योंकि मिल आने वाले दिनों में आवंटित क्षेत्रों के पूरे उत्पादन की पेराई करने में सक्षम होगी।इतना ही नही नई मिल 18 मेगावाट बिजली भी पैदा करेगी, जो उसकी आय बढ़ाने में मदद करेगी। इसके अलावा, एक बार मिल चालू हो जाने के बाद, यह परिष्कृत चीनी का उत्पादन शुरू कर देगा। वर्तमान में, हम प्रति दिन लगभग 3.5 लाख क्विंटल पारंपरिक चीनी का उत्पादन कर रहे हैं, लेकिन मिल काम करना शुरू करने के बाद, हम 4 लाख क्विंटल परिष्कृत चीनी का उत्पादन करने में सक्षम होंगे।